Kolkata Doctor Rape Case: CBI ने संजय के दांतों और लार के नमूने लिए, डॉक्टर के शरीर पर मिले थे काटने के निशान
Kolkata Doctor Rape Case: कोलकाता डॉक्टर रेप और मर्डर केस में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने मुख्य आरोपी संजय रॉय के दांतों के निशान और लार के नमूने लिए हैं, जो इस मामले में महत्वपूर्ण सबूत साबित हो सकते हैं। गुरुवार को सीबीआई अधिकारियों ने जेल में बंद संजय रॉय के इन नमूनों को लिया और उन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया। यह नमूने अब उन दांतों के निशानों और लार से मिलाए जाएंगे, जो पीड़ित डॉक्टर के शरीर पर पाए गए थे।
जेल में हुई पूछताछ, पांच घंटे चला इंटरोगेशन
सीबीआई टीम बुधवार रात प्रेसिडेंसी जेल पहुंची, जहां संजय रॉय को रेप और मर्डर के आरोपों में रखा गया है। संजय से करीब पांच घंटे तक पूछताछ की गई, जिसके दौरान अधिकारियों ने उनसे केस से जुड़े कई सवाल किए। पूछताछ के दौरान ही संजय के दांतों के निशान और लार के नमूने लिए गए। सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि संजय को एक मुलायम वस्तु पर कभी हल्के तो कभी जोर से काटने के लिए कहा गया, जिससे उसके दांतों के निशान लिए जा सके।
दांतों के निशान और लार के नमूने फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे गए
संजय रॉय के दांतों के निशान और लार के नमूने सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (CFSL) को भेजे गए हैं। इन नमूनों की जांच के बाद यह पता लगाया जाएगा कि पीड़ित डॉक्टर के शरीर पर मिले काटने के निशान और लार संजय रॉय के ही थे या नहीं। इस संबंध में सीबीआई ने कोलकाता कोर्ट से अनुमति मांगी थी, जिसे बुधवार को अदालत ने मंजूरी दे दी थी। अदालत ने संजय से जेल में पूछताछ करने और उसके दांतों के निशान लेने की अनुमति दी, जिसके बाद सीबीआई ने यह कदम उठाया।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी हुई थी काटने के निशानों की पुष्टि
सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी पीड़ित डॉक्टर के शरीर पर कई जगह काटने के निशान पाए गए थे। इसके अलावा, फॉरेंसिक विशेषज्ञों की टीम ने डॉक्टर के शरीर से लार के नमूने भी एकत्र किए थे। अब संजय रॉय के दांतों के निशान और लार के नमूनों की जांच के बाद यह स्पष्ट होगा कि वह इस अपराध में शामिल था या नहीं।
संजय रॉय के खिलाफ साक्ष्य मजबूत करने की कोशिश
सीबीआई की यह कार्रवाई आरोपी के खिलाफ सबूतों को और पुख्ता करने की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही है। काटने के निशान और लार के नमूने डीएनए परीक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं, जिससे यह साबित किया जा सकेगा कि आरोपी ने ही अपराध को अंजाम दिया है। अगर इन नमूनों का मिलान पीड़िता के शरीर पर मिले निशानों और लार से होता है, तो यह आरोपी के खिलाफ बड़ा सबूत हो सकता है।
न्यायिक प्रक्रिया और सीबीआई की रणनीति
सीबीआई इस केस में तेज़ी से कार्रवाई कर रही है। न्यायालय की अनुमति मिलने के बाद, जांच एजेंसी ने इस दिशा में तेजी से कदम उठाए हैं। इस केस को न्यायालय में मजबूती से रखने के लिए फॉरेंसिक जांच के माध्यम से आरोपों की पुष्टि की जा रही है। सीबीआई की यह रणनीति भविष्य में कोर्ट में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है, क्योंकि फॉरेंसिक साक्ष्य अक्सर अपराधियों को दोषी साबित करने में निर्णायक भूमिका निभाते हैं।
समाज में फैली नाराजगी और न्याय की मांग
कोलकाता में इस रेप और मर्डर केस के बाद समाज में भारी नाराजगी है। लोग न्याय की मांग कर रहे हैं और चाहते हैं कि आरोपी को सख्त सजा दी जाए। इस घटना ने न केवल कोलकाता बल्कि पूरे देश को झकझोर दिया है। महिला डॉक्टर के साथ हुई इस घिनौनी हरकत ने समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
आरोपी के खिलाफ और सबूत जुटाने की कोशिश
सीबीआई अब तक संजय रॉय के खिलाफ कई सबूत जुटा चुकी है, लेकिन इस फॉरेंसिक जांच से उसे और मजबूत आधार मिलने की उम्मीद है। दांतों के निशान और लार के नमूने फॉरेंसिक साक्ष्य के रूप में बहुत महत्वपूर्ण हो सकते हैं, क्योंकि यह प्रत्यक्ष रूप से आरोपी की पहचान को सिद्ध कर सकते हैं।
निष्कर्ष
कोलकाता डॉक्टर रेप और मर्डर केस में सीबीआई द्वारा उठाए गए ये कदम आरोपी संजय रॉय के खिलाफ सबूतों को और पुख्ता करने की दिशा में महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं। दांतों के निशान और लार के नमूनों की जांच से इस मामले में निर्णायक सबूत मिल सकते हैं, जो न्याय दिलाने में महत्वपूर्ण साबित होंगे। इस घटना ने समाज में महिलाओं की सुरक्षा और न्याय प्रणाली की सख्ती पर सवाल खड़े किए हैं, और अब सभी की निगाहें फॉरेंसिक जांच के परिणामों पर टिकी हैं, जो मामले की दिशा तय करेंगे।